यूँ तो इस तरह की मांग घोर-मूर्खता है, और उस मांग को सुनवाई के लिए स्वीकार करना उससे भी बड़ी, मैं चाहे जिस ऐप्प का इस्तेमाल करूं मेरी मर्जी,...
यूँ तो इस तरह की मांग घोर-मूर्खता है, और उस मांग को सुनवाई के लिए स्वीकार करना उससे भी बड़ी, मैं चाहे जिस ऐप्प का इस्तेमाल करूं मेरी मर्जी, किंतु परंतु फिर भी, व्हाट्सएप्प पर बैन होना ही चाहिए. भला क्यूँ?
इसलिए -
व्हाट्सएप्प वैसे तो एक शानदार, नो-फ्रिल, मुफ़्त, सुंदर और बेहद काम का और बेहद आसान मैसेंजिंग टूल है जिसमें कुछ समय से वाइस कॉल की सुविधा भी हासिल हो गई है और वीडियो कॉल की सुविधा भी आने वाली है. फिर भी, इसे बैन होना चाहिए.
सबसे पहले तो इसलिए कि यह भले ही शानदार, नो-फ्रिल, मुफ़्त, सुंदर और बेहद काम का और बेहद आसान मैसेंजिंग टूल हो, मगर इसकी डिजाइन तकनीकी तौर पर बेहद घटिया (जानबूझ कर बनाया गया) है. यह डिफ़ॉल्ट रूप में सभी मीडिया को ऑटोमेटिक डाउनलोड कर लेता है और जल्दी ही आपका स्मार्टफ़ोन मरने (माने मेमोरी लॉस के मामले में ) लग जाता है. मैंने दर्जनों मासूमों को अपने स्मार्टफ़ोन को हैंग होते और वाट्सएप्प नहीं चलने का रोना रोते देखा है - उनके स्मार्टफ़ोन वाट्सएप्प द्वारा स्वचालित डाउनलोड किये मीडिया से इतने पैक होते हैं कि वे सांस भी नहीं ले पाते हैं. और, मीडिया भी क्या? तमाम समूहों से एक जैसे चुटकुले, फेल वीडियो आदि आदि जंक को हजारों दफा फारवर्ड मारे गए कचरे!
दूसरी बड़ी समस्या ये है कि जैसे ही आप वाट्सएप्प इंस्टाल करते हैं, यह आपके तमाम कॉन्टैक्ट स्वयं ही ऐक्सेस कर लेता है और इंडैक्सिंग कर पॉपुलेट कर लेता है. साथ ही यह यह भी दिखा देता है कि सामने वाला बंदा वाट्सएप्प पर है या नहीं - यानी आपकी वाट्सएप्पिया प्राइवेसी खत्म. अब हर कोई हर किसी को किसी न किसी ग्रुप में जोड़ घटा रहा है और वाट्सएप्पिया दुनिया ऐसे बढ़ती ही जा रही है!
तीसरी मगर सबसे बड़ी समस्या यह है कि यह बहुत ही डाटा प्रिय है. इसके डेटा ऐक्सेस को बंद करने का कोई विकल्प इसकी सेटिंग में नहीं है और केवल रूट (एंड्राइड में) यूजर के रूप में ही संभव है. इसका क्या अर्थ हुआ? इसका अर्थ यह हुआ कि वाट्सएप्प बैक-ग्राउंड में चलता रहता है चलता रहता है. इसे बंद करने के बाद भी कुछ समय बाद यह फिर से स्वचालित चलने लग जाता है और पूरे समय डाटा ऐक्सेस करते रहता है. जैसे ही आपका स्मार्टफ़ोन इंटरनेट से कनेक्ट होता है, यह प्राथमिकता में संदेशों, मीडिया को डाउनलोड करने लग जाता है. इस तरह यह ऐप्प आपका सर्वाधिक डेटा-खाऊ ऐप्प बन जाता है. टेलिकाम सर्विस प्रोवाइडर कंपनियाँ वाट्सएप्प को इसीलिए पसंद करती हैं कि वो आपको उन कंपनी का डेटा बेचने में मदद करती है. आप कोई 1 जीबी डेटा रिचार्ज करवाते हैं पता चला कि चार दिन में खत्म हो गया. सारा किया धरा वाट्सएप्प का होता है. अधिकांश डेटा यही खाता है. बहुत कुछ ऐप्प के अपडेट और अपग्रेड भी खा जाते हैं.
भले ही वाट्सएप्प लोकप्रिय हो, सड़ियल चुटकुलों और उतने ही सड़ियल वीडियो को हजार बार फारवर्ड मारने में यह बेहद आसान ऐप्प हो, तो भी उपभोक्ताओं को डेटा का चूना लगाने में यह उस्ताद है तो इसकी ऐसी उस्तादी पर बैन लगाना चाहिए या नहीं?
बहरहाल आप इन उपायों से वाट्सएप्प की इन शरारतों पर बैन लगा सकते हैं -
सेटिंग में जाकर मीडिया स्वचालित डाउनलोड को डिसेबल कर दें. वही मीडिया डाउनलोड करें जिससे आप वास्तव में देखना चाहते हैं. इससे आपका भारी डेटा बचेगा और आप सड़ियल मीडिया को दसवीं बार देखने से भी बचेंगे!
ऐप्प स्टोर से फ़ाइल मैनेजर किस्म का कोई ऐप्प (यदि आपके स्मार्टफ़ोन में पहले से नहीं है तो, वैसे अधिकांश फ़ोनों - जैसे सेमसुंग आदि में पहले ही माई फ़ाइल नाम का फ़ाइल मैनेजर बाई डिफ़ॉल्ट इंस्टाल रहता है) इंस्टाल करें और वाट्सएप फ़ोल्डर के भीतर स्थित अवांछित मीडिया फ़ाइलों को समय समय पर हटाते रहें.
तो, चलिए, अब इस संदेश को कॉपी करें और अपने तमाम वाट्सएप्प संपर्क, समूह आदि में हर जगह, और हो सके तो कई-कई बार फारवर्ड मारें!
great and useful. thank u sir
जवाब देंहटाएंgood night