कोई भी राष्ट्र अपनी ‘मातृ-भाषा’ को पूर्णतः सार्वभौमिक बनाए बिना उन्नति नहीं कर सकता है। यदि तकनीकी को जन उपयोगी बनाना है तो उसे आम जन की भा...
कोई भी राष्ट्र अपनी ‘मातृ-भाषा’ को पूर्णतः सार्वभौमिक बनाए बिना उन्नति नहीं कर सकता है। यदि तकनीकी को जन उपयोगी बनाना है तो उसे आम जन की भाषा में विकसित करना आवश्यक होगा....इसी दिशा में जगदीप डांगी लंबे समय से निरंतर प्रयास रत हैं.
जगदीप डांगी के महत्वपूर्ण हिंदी सॉफ्टवेयर उपकरण के डेमो संस्करणों को डाउनलोड कर उपयोग कर जांचने परखने के लिए अब नए, सरल साइट पर जाएँ.
साइट है - http://www.dangisoft.com/
वहाँ आपको मिलेंगे निम्न सॉफ़्टवेयर. इनमें से मैं प्रखर देवनागरी फ़ॉन्ट परिवर्तक का नियमित उपयोग करता हूँ, और यह कोई 250+ हिंदी फ़ॉन्टों को यूनिकोड में शत प्रतिशत शुद्धता के साथ, फ़ॉर्मेटिंग बचाए रखते हुए परिवर्तित करता है. टेबल आदि भी सुरक्षित रहते हैं.
§ सक्षम – प्रथम हिंदी वर्तनी परीक्षक (लिम्का बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स - 2015) -
§ वर्धा हिंदी शब्दकोश (हिंदी-हिंदी शब्दकोश) -
§ प्रखर देवनागरी फ़ॉन्ट परिवर्तक - (अस्की/इस्की फ़ॉन्ट्स से यूनिकोड फ़ॉन्ट) -
§ यूनिदेव - (यूनिकोड फ़ॉन्ट से अस्की/इस्की फ़ॉन्ट्स में परिवर्तन हेतु) -
§ शब्दज्ञान - (हिंदी-अंग्रेज़ी-हिंदी शब्दकोश) -
§ प्रखर देवनागरी लिपिक - (यूनिकोडित रेमिंगटन टंकण प्रणाली आधारित) -
§ प्रलेख देवनागरी लिपिक - (यूनिकोडित फ़ॉनेटिक इंग्लिश टंकण प्रणाली आधारित) -
§ आई-ब्राउजर++ - प्रथम हिंदी इंटरनेट एक्सप्लोरर (लिम्का बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स - 2007) -
§ शब्दकोश (हिंदी-अंग्रेजी-हिंदी) -
§ अंग्रेजी-हिंदी शब्दानुवादक (ग्लोबल वर्ड ट्रांसलेटर) -
विशेष - जगदीप डांगी को उनके हिंदी सूचना प्रौद्योगिकी कार्यों व उपयोगी हिंदी सॉफ़्टवेयर निर्माण के तहत कई पुरस्कार मिल चुके हैं. प्रमुख हैं -
§ लिम्का बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स – 2015 में दर्ज सॉफ्टवेयर - सक्षम (प्रथम हिंदी वर्तनी परीक्षक)
§ प्रखर देवनागरी फ़ॉन्ट परिवर्तक ‘बेस्ट आई॰टी॰ इम्प्लिमेन्टेशन्स ऑफ़ दी यीअर – 2010 पी॰सी॰ क़्वेस्ट अवॉर्ड’ के लिए नामांकित
§ लिम्का बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स - 2007 में दर्ज सॉफ्टवेयर - आई-ब्राउजर++, शब्दकोश और शब्दानुवादक
§ प्रोजेक्ट भाषा सेतु (आई-ब्राउजर++, शब्दकोश और शब्दानुवादक) ‘बेस्ट आई॰टी॰ इम्प्लिमेन्टेशन्स ऑफ़ दी यीअर -2006 पी॰सी॰ क़्वेस्ट अवॉर्ड’ के लिए नामांकित
संपर्क -
इंजी॰ जगदीप सिंह दांगी
एसोसिएट प्रोफ़ेसर, भाषा विद्यापीठ
मो॰+91-9921118136
+91-9826343498
आपकी इस पोस्ट को आज की बुलेटिन बच्चों का नैसर्गिक विकास होने दें - ब्लॉग बुलेटिन में शामिल किया गया है.... आपके सादर संज्ञान की प्रतीक्षा रहेगी..... आभार...
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