अब, ये तो तयशुदा बात है कि हैकर्स और फ़िशर्स मनमोहन सिंग को नहीं जानते थे, या फिर उन्हें जानने में रूचि नहीं थी . परंतु नरेन्द्र मोदी के मा...
अब, ये तो तयशुदा बात है कि हैकर्स और फ़िशर्स मनमोहन सिंग को नहीं जानते थे, या फिर उन्हें जानने में रूचि नहीं थी. परंतु नरेन्द्र मोदी के मामले में मामला जरा उलटा है.
आज मेरे पास ये ईमेल आया. पक्का नाईजिरियन टाइप फ़िशिंग ईमेल.
और, देखिए, कि प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी का नाम, जाल के रूप में कैसे फेंका गया है -
आप पूछेंगे कि ये मैं कैसे कह सकता हूँ कि ये जेनुइन ईमेल नहीं है, और फ़िशिंग ईमेल है.
तो एक तो इसकी भाषा फिशिंग की टिपिकल भाषा है तथा दूसरी यह कि यह मेरे एक डंप पड़े पुराने याहू के
ईमेल पते पर आया है जिसका स्पैम फ़िल्टर उतना ही पुराना, सड़ियल किस्म का है जितना पुराना यह ईमेल सेवा है.
COMMENTS