मसिजीवी ने अपनी पोस्ट में विस्तार से विधि सहित बताया है कि वे अपने एंड्रायड स्मार्टफ़ोन से बोलकर सही-सही हिंदी में लिख लेते हैं. इससे पहले सीडैक का श्रुतलेखन हिंदी में बोलकर लिखने के लिए जारी हुआ था, मगर वो एक तो 6 हजार रुपए में मिलता था, और दूसरा उसका परिणाम अप्रत्याशित किस्म का रहता था – यानी कुल मिलाकर बेकार था.
अब एंड्रायड स्मार्टफ़ोनों के जरिए निःशुल्क उपलब्ध गूगल हिंदी वाइस इनपुट उपकरण की सहायता से बोल कर हिंदी में लिखा जा सकता है और आमतौर पर सामान्य अखबारी लेखन 95 प्रतिशत से भी अधिक शुद्धता के साथ किया जा सकता है.
अपने एंड्रायड स्मार्टफ़ोन को आप डिक्टाफ़ोन की तरह उपयोग कर उसमें बोल कर अपने पीसी या लैपटॉप में सीधे लिख सकते हैं. इसके लिए एक छोटा सा जुगाड़ करना होगा. अपने एंड्रायड फ़ोन में गूगल डॉक्स इंस्टाल करें (प्ले स्टोर में जाकर Google docs सर्च करें). अपने कंप्यूटर या लैपटॉप पर गूगल डॉक्स या गूगल ड्राइव (हिंदी में गूगल डिस्क) में जाएं और वहाँ एक नया फ़ाइल बनाएं या किसी पुरानी फ़ाइल को संपादन के लिए खोलें. उदाहरण के लिए, इस फ़ाइल का नाम देते हैं – ‘हिंदी बोलकर टाइप करना’.
अब अपने एंड्रायड मोबाइल में गूगल डॉक्स ऐप्प जो आपने इंस्टाल किया है उसे खोलें. फिर उस फ़ाइल को खोलें जिसे आपने अपने कंप्यूटर या लैपटॉप पर खोला हुआ है (उदाहरण – ‘हिंदी बोलकर टाइप करना’ नामक फ़ाइल, थोड़ा नेविगेशन करें तो यह फ़ाइल दिख जाएगा). अब आप अपने मोबाइल पर बोलकर इस फ़ाइल में लिखना चालू करें. जैसे जैसे आप बोलकर लिखते जाएंगे, आप देखेंगे कि आपके कंप्यूटर या लैपटॉप के गूगल डॉक्स के स्क्रीन पर भी रीयल टाइम में यह टाइप होता जा रहा है, जिसे आप आसानी से अपने की-बोर्ड की सहायता से संपादित कर सकेंगे.
(एंड्रायड में गूगल डॉक्स में एक फ़ाइल में बोलकर लिखा जा रहा है. आप देखेंगे कि एंड्रायड गूगल डॉक्स में भी हिंदी वर्तनी जांच की बढ़िया सुविधा उपलब्ध है)
(कंप्यूटर पर गूगल डॉक्स की उसी फ़ाइल को खोला गया है जिसमें हम मोबाइल में बोलकर लिख रहे हैं, और जो रीयल टाइम में अपडेट हो रहा है – यानी हम अपने स्मार्टफ़ोन में बोलकर लिख रहे हैं और यहाँ कंप्यूटर पर खुले दस्तावेज़ में यह अपने आप टाइप हो रहा है. वस्तुतः यह दस्तावेज़ मोबाइल में ही टाइप हो रहा है, परंतु प्रतीत हो रहा है कि वह यहाँ टाइप हो रहा है. कंप्यूटर पर आप इस दस्तावेज़ को बाद में आसानी से संपादित कर सकते हैं.)
ध्यान दें कि अच्छे परिणामों के लिए निम्न आवश्यकताएं परिपूर्ण करना आवश्यक है -
1 – आपका स्मार्टफ़ोन थोड़ा उन्नत किस्म का हो – यानी ड्यूअल कोर हो और एंड्रायड संस्करण 4.1 से आगे का हो
2 – आपके नेट कनेक्शन की गति पर्याप्त तेज हो – यानी ब्रॉडबैण्ड या 3 जी हो और अबाधित हो – क्योंकि यह जुगाड़ और वर्तमान में गूगल द्वारा बोलकर हिंदी टाइपिंग ऑनलाइन ही संभव है.
3 – स्पष्ट और थोड़े तेज आवाज में बोलने का थोड़ा सा अभ्यास आवश्यक है ताकि आपकी आवाज को मशीन पहचान सके. ध्यान रखें कि सभी आवाज को मशीन पहचान नहीं सकता – ‘मुलायमी’ आवाज को तो यह शायद ही पहचाने, अलबत्ता ‘लालुई’ आवाज को यह जरूर अच्छे से पहचान लेगा
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उपयोगी।
उत्तर देंहटाएंबढिया जानकारी !! धन्यवाद
उत्तर देंहटाएंजबरदस्त जुगाड़! बेहद कामयाब। आजमाता हूँ इसे।
उत्तर देंहटाएंआभार।
पिछले महीने से मैं इसे इस्तेमाल कर रहा हूँ। वैसे मैं इसे Evernote में प्रयोग कर रहा था। पी.सी. के लिए बाद में इसे ‘सिंक’ करवा लेता हूँ। इससे “है” तो कभी नहीं लिखता। गूगल ने बोल कर ‘इंग्लिश टाईपिंग’ की सुविधा ऑफ़-लाईन उपलब्द्ध कर रखी है। हिन्दी टाईपिंग भी ऑफ़-लाईन उपलब्द्ध करवा दे तो बहुत कल्याण होगा। गूगल ने फ़ोनेटिक टाईपिंग काफ़ी दिनों तक ऑन-लाईन ही रखा था, बहुत बाद में इसे ‘डाऊनलोडेबुल’ उपलब्द्ध करवाया था। इसके लिए गूगल को रिक्वेस्ट तो करना होगा। पर कहाँ बोलें, किससे बोले?...और कौन बोले? वैसे तो ‘ग्रुपबाज़ी’ करने के लिए, ‘गपबाज़ी’ करने के लिए, ‘गंध-फ़ैलाने के लिए हम हिन्दी ब्लॉगर कहीं भी इक्कट्ठा हो सकते हैं, पर... ।
उत्तर देंहटाएंऔर गूगल देवता इसे पी.सी. के लिए भी सीधे उपलब्द्ध करवा दे तो क्या बात होगी!
स्मार्ट-फ़ोन्स पर अंग्रेज़ी टेक्स्ट सुन सकने की अच्छी सुविधा भी उपलब्ध करवा दी है गूगल ने। यहाँ तक कि इन्डियन एसेंट वाली महिला अंग्रेज़ी पढ़ कर सुनाती है। पर हिन्दी के लिए । इस सुविधा के लिए भी काम होना चाहिए।
गूगल-देव हम हिन्दी प्रेमियों से भी सीधा संवाद बराबर करते रहें। ये लोग बीच-बीच में कुछ थोड़ी-थोड़ी बातें तो करते हैं; (आपने भी हमें पिछले दिनों सूचित किया था..)। पर ये संतोषजनक नहीं है। हमारा ऐसा कोई प्रभावी “मंच” होना चाहिए, जो हिन्दी-प्रेमियों के सरोकार सीधे गूगल तक पहुचा सके; और गूगल उस पर तवज्जो भी दे.....।
कमाल की पोस्ट है। इस विधि को आजमा कर नहीं देखा। क्यूँकि मैं हिन्दी टंकण में सिद्धहस्त हूँ। किन्तु बहुत से लोगों के लिए यह कारगर हो सकती है।
उत्तर देंहटाएंरविशंकर जी, धन्यवाद आपको।
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