101 ई-शिष्टाचार एक समय था, जब आदमी जेंटलमेन (सभ्य पुरुष) होता था और स्त्री - लेडी. परंतु आज? आज हम रोज कुछ इस तरह के प्रश्नों का सामना...
101 ई-शिष्टाचार
एक समय था, जब आदमी जेंटलमेन (सभ्य पुरुष) होता था और स्त्री - लेडी. परंतु आज? आज हम रोज कुछ इस तरह के प्रश्नों का सामना करते हैं – “क्या यह ठीक होगा कि मैं किसी अजनबी के फ़ेसबुक मित्र निवेदन को अनदेखा कर दूं?” “रेस्त्रॉ में टेबल पर मोबाइल फ़ोन रखना क्या शिष्टाचार के विरुद्ध है?” या “कैफ़े कॉफ़ी डे के फ्री वाई-फ़ाई को मैं बिना कुछ ऑर्डर किए कितनी देर तक मुफ़्त में प्रयोग करता रह सकता हूँ?”
डिजिटल लाइफ़ स्टाइल हमारे दैनिंदनी जीवन और आचार व्यवहार तथा शिष्टाचार में बड़ी मात्रा में परिवर्तन ला रहे हैं. अब लाख टके का सवाल ये है कि ऐसे में, नए, डिजिटल जमाने में ई-शिष्टाचार सीखने के लिए हम किसकी शरण में जाएँ?
यहाँ पर ई-एटीकेट में संकलित 101 ई-शिष्टाचारों को विशेष अनुमति से खास आपके लिए प्रस्तुत कर रहे हैं. इन ई-शिष्टाचारों को लंबे समय के अंतराल में तमाम प्रयोक्ताओं के सुझावों के आधार पर संकलित किया गया है, और हर किसी के लिए उपयोगी हैं. तो, आपके लिए पहला शिष्टाचार यह है कि इसे अधिकाधिक लोगों तक प्रेषित करें ताकि हम सबका डिजिटल जीवन शिष्टाचार मय हो.
ई-शिष्टाचार – 31-40
31. किसी की ऑनलाइन मौजूदगी से यह अर्थ न निकालें कि वो आपके टाइमपास वीडियो काल या चैट के लिए उपलब्ध है. पहले विनम्रता से पूछ लें.
32. यदि आपकी उपलब्धता स्थिति समय-समय पर बदलती नहीं है तो दूसरे इसका सम्मान नहीं करेंगे. अपनी ऑनलाइन स्थिति समयानुसार बदलें या ऑफ़लाइन बने रहने का विकल्प चुनें.
33. ऑनलाइन टिप्पणी युद्ध से दूरी हमेशा बनाए रखें. घसीटे जाने पर भी कदापि शामिल न हों.
34. गूगल में स्वयं के बारे में बार-बार न ढूंढें. अलबत्ता अपने गूगल-क्लोनों के बारे में जानने के लिए यदा कदा ऐसा कर सकते हैं.
35. यदि आपके मित्र अनुरोध अस्वीकारे जाते हैं तो उन्हें सम्मानपूर्वक स्वीकारें और उसकी चर्चा न करें.
36. यदि आपको किसी के ई-मेल या अन्य सेवाओं / खातों के पासवर्ड किसी वजह से पता चल जाता है तो उन्हें अपना पासवर्ड बदल देने को कहें.
37. विकिपीडिया आपके सारे विवादों का निपटारा नहीं कर सकता. इसका दुरूपयोग नहीं करें.
38. सार्वजनिक स्थल पर मोबाइलों से बात करते समय आवाज यथासंभव धीमी रखें, और लोगों से न्यूनतम दस फ़ीट की दूरी बनाए रखें.
39. सार्वजनिक स्थल पर मोबाइल फ़ोनों से बातचीत करते समय चिल्लाएँ नहीं और अपनी बातचीत यथासंभव छोटी रखें.
40. डिनर के दौरान मोबाइल फ़ोनों का प्रयोग न करें, एसएमएस के लिए भी नहीं.
बाकी सब तो ठीक है पर ३४ में क्या दिक्कत है....
जवाब देंहटाएं@रंजन - दिक्कत तो कुछ नहीं है, बस शिष्टाचार नही है... :)
जवाब देंहटाएंआगे का इन्तजार है। इस बार भी एक-दो बातें सीखने को मिलीं। इसके लिए धन्यवाद।
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